सिरोही
गुजरात के अंबाजी में 802 लोगो की अनोखी शादी, दादा की शादी में पोता हुए शरीक "
एंकर :- काली मिट्टी का इंसान भारतीय संस्कृति से जुड़ा है,अगर हम हिंदुस्तान की बात करे तो सारे जहा से अच्छा हिंदुस्ता हमारा कहना गलत नहीं होगा, देश में हर राज्य में भिन्न भिन्न लोग रहते है सब के पहनावा अलग है पर है सब भारतीय, आज हम उसी हिन्दुस्तान के गुजरात राज्य की बात करते है जहाँ गुजरात देश का वो राज्य जो विकासशील राज्य से पुरे हिंदुस्तान में जाना जाता है, आज हम उसी गुजरात के भीतर की तस्वीर बता रहे है, गुजरात के कई जिलो में आदिवासी समाज बसता है, उनके रिवाज की बात करे तो ये लोग जब लड़का लड़की पसंद करते है तब समाज के कहने पर पैसे देकर पति पत्नी कहलाते थे पर वो लोग शादी बूढ़े होकर करते थे वह परंपरा सालो से चली आ रही है और आज भी उस रस्म को वे निभाते है, आज उनके समाज की और से बदलाव की और पहली बार गुजरात के सबसे बड़े शक्तिपीठ अंबाजी के जीएमडीसी मैदान पर 35 साल से 100 साल तक की उम्र वाले लोगो की शादी हुई।
वीओ :- आज की शादी में गुजरात और राजस्थान से राज घराने से तालुकत रखने वाले राजवी भी मौजूद रहे। आज अंबाजी के मार्ग पर 802 वर वधुओ की भव्य शोभायात्रा निकली तब लोग भी उन्हें हैरानी से देख रहे थे क्योकि जंगलो में बसने वाले यह परिवार शहर में शादी करने आये थे, आज जिन जिन की शादिया हुई थी वे सारे लोग की उम्र 35 से 100 साल के करीब थी, आज जो लोग अपनी शादी करवा रहे थे वह सारे लोगो की शादी पहले लड़का लड़की पसंद करके समाज में पैसे भर कर हुई थी पर आज से कुछ साल पहले इनके समाज में कवारे लड़के लड़कियों की शादी समूह लग्न में कराने का ट्रेंड शुरू हुआ है पर वर कन्या के माता पिता शादी अभी तक हुई नहीं थी आज पहली बार समाज के मुखिया और सामाजिक संस्थाओ के प्रयासों से आज घर के बिना शादी किया है, आज की शादी में कुछ ऐसे लोग थे दादा की शादी में पोते बाराती बनकर सामिल हुए, आज देश 21 वी सदी की बात कर रहा है देश में डिजिटल युग शुरू हुआ है पर गुजरात के आदिवासी समाज अब बदलने लगा है, आज 802 आदिवासी वर कन्या की शादी हिन्दू संस्कृति से हुई, आज घर के मुखिया की शादी देख घर के लोग भी खुश नजर आ रही है।
बाइट :- गजेंद्रसिंह, वाव स्टेट के राजा गुजरात