*राजस्थान से पैदल सैंकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों के लिए पैदल रवाना हुए मजदूरों को प्रदेश सरकार ने रोडवेज की बसों से बॉर्डर तक छोड़ रही है*
जयपुर. राजस्थान में दूसरे राज्यों से पलायन करके आए मजदूरों का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. लॉकडाउन के चलते कल-कारखाने बंद होने और दिहाड़ी मजदूरों का काम खत्म होने के चलते वे अपने गांव को लौट जाना चाहते हैं. यही वजह है कि राजस्थान से पैदल सैंकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों के लिए पैदल रवाना हुए मजदूरों को प्रदेश सरकार ने रोडवेज की बसों से बॉर्डर तक छोड़ने का फैसला किया, लेकिन कोई भी राज्य अब मजदूरों को अपनी सीमा में ही नहीं घुसने दे रहा है.
राजस्थान से जाने वाले मजदूरों को उत्तर प्रदेश के अफसरों ने भरतपुर जिले में बॉर्डर पर रोक दिया. मजदूरों को अन्य राज्य भी अपनी सीमा में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. राजस्थान रोडवेज की बसों से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित पड़ोस के राज्यों के मजदूरों को उनके राज्य की सीमा तक छोड़ने की व्यवस्था की गई है. रोडवेज की बसें पलायन करने वालों को लेकर भरतपुर जिले में उत्तर प्रदेश के बॉर्डर तक पहुंच गई लेकिन यूपी के अफसरों ने बॉर्डर पर ही उन्हें रोक दिया.
सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करके चिंता जताई
मजदूरों के इस संकट पर सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करके पलायन संकट पर चिंता जताई है. गहलोत ने कहा कि मजदूरों के पलायन पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एसीएस होम को निर्देश दिए थे, उन निर्देशों के बाद मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने साधन उपलब्ध करवाए. दुर्भाग्य से यूपी के अफसरों ने पलायन करने वालों को अपनी सीमा में प्रवेश देने से मना कर दिया. यूपी के अफ़सरों ने बताया कि उनके पास कोई दिशा निर्देश नहीं हैं। यह समस्या अन्य पड़ोसी राज्यों में भी है.
पलायन किए मजदूरों की हम करेंगे देखभाल: सीएम
सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से मांग की है कि मजदूरों के पलायन पर राज्यों को केंद्र सरकार स्पष्ट निर्देश जारी करे. सीएम ने कहा है कि राजस्थान सरकार दूसरे राज्यों से पलायन करके आए सभी भाई बहनों की देखभाल को तैयार है.